रचनाः हँछाबुङ
किरात
ध्यांकु ध्यांकु चैधान्यी
वाछार कुछार वैदान्यी
चान्योको चान्योको वैदान्यी
चैसेको चि खैदान्यी
वा हुरे वा हुरे ..............................सै सै ला कौ सै सै ला
सिलीमी पोमी चि बैदान्यी
सिली मोमा/मोपा बुइदान्यि
वासुम बेछु चि बैदान्यी
दया हुइलुङ्ग खुइदान्यि
वाछार कुछार वैदान्यी
चान्योको चान्योको वैदान्यी
चैसेको चि खैदान्यी
वा हुरे वा हुरे ..............................सै सै ला कौ सै सै ला
सिलीमी पोमी चि बैदान्यी
सिली मोमा/मोपा बुइदान्यि
वासुम बेछु चि बैदान्यी
दया हुइलुङ्ग खुइदान्यि
वा हुरे वा हुरे ....................... सै सै ला कौ सै सै ला
नछुङ्ग रिस्या चि बैदान्यी
सिली चुङ्गदा खैदान्यी
रुन्ग्री निदुंग धसान्यी
हसान्यी नो हलान्यी
सिली चुङ्गदा खैदान्यी
रुन्ग्री निदुंग धसान्यी
हसान्यी नो हलान्यी
वा हुरे वा हुरे ..........................सै सै ला कौ सै सै ला
खुन्योको चि ङ्गासान्यि
खैसेको चि कासान्यी
चामा दुङ्ग्मा चि र:सान्यी
ई हसुंग चि ङ्गासान्यि
खैसेको चि कासान्यी
चामा दुङ्ग्मा चि र:सान्यी
ई हसुंग चि ङ्गासान्यि
वा हुरे वा हुरे ......................सै सै ला कौ सै सै ला
No comments:
Post a Comment